Shayari - An Overview
खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम दूरियों की ना परवाह कीजिये, दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये, कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे, बस अपनी पल
खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम दूरियों की ना परवाह कीजिये, दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये, कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे, बस अपनी पल